ये काम है तो बहुत ही कठिन मगर ढूँढें

ये काम है तो बहुत ही कठिन मगर ढूँढें नदी के तट पे गिरे रेत के वो घर ढूँढें   महक उठे हैं ये काँटे गुलाब की मानिन्द चलो कि बाग़ में अब तितलियों के पर ढूँढें   ये कह रही है मुसाफ़िर से रास्ते की थकन मैं साथ हूँ तो तेरे, चल नया सफ़र … Continue reading ये काम है तो बहुत ही कठिन मगर ढूँढें